पुराने लखनऊ के प्राचीनतम विद्यालय कालीचरण इण्टर कालेज के गौरवशाली इतिहास को कायम रखते हुए आज भी विद्यालय में कक्षा 1 से 12 तक लगभग 2500 छात्र/छात्राएं अध्ययनरत हैं। अधिक छात्र संख्या के कारण विद्यालय दो पालियों में संचालित है। जिसमें कला, वाणिज्य, विज्ञान के साथ-साथ व्यवसायिक शिक्षण एवं खेलकूद प्रशिक्षण की व्यवस्था है।
प्रत्येक छात्र की प्राथमिक पाठशाला का ज्ञान उसकी मां द्वारा प्रदान किया जाता है, वहाँ से निकलकर छात्र विद्यालय में प्रवेश करता है, इसलिए यह हमारा और अभिभावक का सम्मिलित संकल्प होना चाहिए कि छात्र सुसंस्कृत, अनुशासित और सुशिक्षित नवयुवक बन सके। कोई भी छात्र 4 से 5 घंटे विद्यालय के सम्पर्क में आता है, शेष समय वह अपने परिजनों के संग व्यतीत करता है। अतः प्रत्येक अभिभावक से भी आग्रह है कि कम से कम माह में एक बार विद्यालय आकर अपनेे पाल्य की प्रगति उसके आचरण आदि की आवश्यक जानकारी प्राप्त करें। विद्या की आराध्य देवी मां सरस्वती मंदिर के प्रागंण में स्थित संस्था में प्रवेश दिला देने से किसी अभिभावक का उत्तरदायित्व समाप्त नहीं हो जाता बल्कि उसके सम्यक विकास के प्रति विद्यालय के साथ-साथ अभिभावक को भी सतर्क एवं सतत् प्रयत्नशील रहने की आवश्यकता है।
आइए, हम सब मिलकर संकल्प लें कि विद्यालय के अतीत के गौरव को अक्षुण रखते हुए संस्था की युवा शक्ति में वह स्फूर्ति पैदा करें, जिससे कि भारतमाता के उच्चतम शिखर को अविरल प्रकाशित करने हेतु सुसंस्कृत, अनुशासित राष्ट्रवाद से ओतप्रोत सभ्य नागरिक का निर्माण कर सकें।